Bhu Aadhar Card Apply Process
Bhu Aadhar Card Apply Process
हैल्लो दोस्तो आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताने वाले है Bhu Aadhar Card Apply Process भारत मे जमीन का मालिक होना एक व्यक्ति के लिए बहुत बड़ी बात है । यह न केवल सम्पति का प्रतीक है बल्कि सुरछा और स्थायित्व का भी एहसास कराता है । हालांकि कई बार ऐसा होता है कि जमीन पर अवैध कब्जा हो जाता है जिससे जमीन के मालिक को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है । इस समस्या से निपटने के लिए और जमीन की सुरछा सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने एक नया तरीका शुरू किया है जिसे भू आधार कार्ड कहा जाता है । तो इस आर्टिकल में आपको भू आधार से रिलेटेड आपको सारी जानकारी मिलने वाली है इसलिए इस आर्टिकल को अंत तक अवश्य पढ़ियेगा ।
आपको बता दे कि जमीन के इस आधार कार्ड को भू आधार कार्ड के नाम से जाना जाएगा जिसमे लोगो की पूरी जमीन का डिजिटल रिकार्ड रखा जाएगा इससे लोगो की जमीन से जुड़ी समस्या का समाधान जल्द से जल्द पूरा हो जाएगा । भू आधार में जमीन का नक्शा जिओ टैंगिग जमीन की लंबाई - चौड़ाई मालिकाना हक व खरीदने तथा बेचने का पूरा रिकार्ड डिजिटली तौर पर रखा जाएगा ।
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भू आधार कार्ड क्या है
भू आधार कार्ड सरकार द्वारा कृषि भूमि के लिए जारी करने वाला एक कार्ड है । इस कार्ड की सहायता से कृषि भूमि की आधुनिक पहचान के लिए 14 अंको की संख्या प्रदान की जाती है । इस संख्या को अल्फन्यूमेरिक विशिष्ट पहचान संख्या कहते है। यह संख्या भूमि को उसकी अलग पहचान प्रदान कराती है भू आधार कार्ड के साथ भूमि के मालिक का भी आधार कार्ड जोड़ा जाता है जिससे आधिकारिक मामलो तथा सरकारी योजनाओ के कार्य मे आसानी हो जाये।
भू आधार कार्ड से मिलने वाली जानकारी
भू आधार कार्ड से मिलने वाली जानकारी निम्नलिखित है जो नीचे बताता गया है -
- भूमि का भौगोलिक स्थिति ।
- नक्शे पर सटीक लोकेशन तथा कोऑर्डिनेटर ।
- भूमि मालिक की जानकारी ।
- प्राकृतिक संसाधनों , खनिज , जल स्तर आदि की जानकारी ।
- रासायनिक जानकारी जिससे फसल के चुनाव में आसानी हो ।
- भूमि का प्रकार ।
- भूमि पर चल रहे लोन।
- सरकारी योजना की जानकारी जिनका लाभ भूमि पर लिया जा चुका है या वर्तमान में लिया जा रहा है ।
भू आधार कार्ड के लाभ
भूमि की पहचान:- भू आधार कार्ड के जरिये ग्राम पंचायत तथा पंचयात समिति को भूमि के रिकार्ड में बार - बार देखने की आवश्यकता नही होगी । मात्र 14 अंको का भू आधार कार्स से किसी भी भूमि की जानकारी प्राप्त की जा सकती है ।
कृषि छेत्र में लाभ:- भूमि की सही रासायनिक तथा जैविक जानकारी के साथ कृषि कार्य हेतु फसल का चुनाव सही होगा तथा फसल उत्पादन में वृद्धि होगी ।
भूमि के फर्जी डॉक्यूमेंट की रोकथाम:- भूमिगत मामलो में फर्जी डॉक्यूमेंट से संबंधित मामले अधिक रहते है । लेकिन अब सभी भूमि के डॉक्यूमेंट डिजिटल रूप से सुरछित रहेंगे जिनकी नकल कॉपी बनाना लगभग ना के बराबर है । यह डॉक्यूमेंट कृषि मंत्रालय द्वारा डिजिटली साइन रहते है जिनकी एक कॉपी विभाग के पास सेव रहती है ।
सरकारी योजनाओ में लाभ मिलने में आसानी:- सही तथा सटीक जानकारी के साथ सरकार को भूमि तथा कृषि से संबंधित योजना बनाने के निर्माण में आसानी होगी इससे योजना का क्रियान्वयन जल्दी होगा तथा जरूरतमंद लोगो तक इन योजनाओ का लाभ पहुचने में आसानी होगा ।
भू आधार कार्ड कैसे बनवाये
भू आधार कार्ड बनवाने के लिए आप अपने छेत्र के ग्राम पंचायत कार्यालय या पंचायत समिति में सम्पर्क कर सकते है | इसके लिए आवेदन करने हेतु आपको भूमि से सबन्धित सम्पूर्ण डॉक्यूमेंट तथा भूमि मालिक के वयक्तिगत डॉक्यूमेंट की जरुरत पड़ती है आवेदन करने के बाद आपकी भूमि की जाँच होती है | इसके बाद पंचायत द्वारा आपको भू आधार कार्ड बनाकर दे दिया जाता है |
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